Patna: Bihar Politics: बिहार में इन दिनों शिक्षा विभाग (education Department) खूब चर्चा में है. शिक्षा मंत्री और शिक्षा विभाग के सचिव के बीच लड़ाई शुरू हो गई है. बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव (Education Minister Chandrashekhar Yadav) और शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के बीच लड़ाई को देखते हुए आज सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने बैठक बुलाई.
यह बैठक सीएम आवास (CM Awas) पर हुई और इस बैठक में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव में नीतीश सरकार (Nitish government) के काफी मंत्री शामिल हुए और साथ में इस दौरान जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह (JDU President Lalan Singh) भी मौजूद रहे. सीएम नीतीश कुमार ने सबसे बात की. इस बैठक के बाद जब शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने बाहर निकाला तो मीडिया (Media) के किसी सवालों का जवाब नहीं दिया और सीधे निकल गए.
यह मामला शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव (Education Minister Chandrashekhar Yadav) ने शिक्षा विभाग के मुख्य सचिव के के पाठक को पीत पत्र लिखा था. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर चंद्रशेखर अपने विभागीय अधिकारियों के कामकाज से खुश नहीं हैं और इस मामले में उन्होंने आईएएस अधिकारी और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक को पत्र लिखा था. पीत पत्र में शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने अधिकारियों के कामकाज पर उंगली उठाया था. पीत पत्र गोपनीय होता है ये जानते हुए भी उसे मीडिया के सामने ला कर रख दिया.
तेज तर्रार अधिकारी हैं KK पाठक
बिहार के तेजतर्रार सीनियर आईएएस अधिकारी केके पाठक (Senior IAS officer KK Pathak) हैं. शिक्षा विभाग (education Department) में कार्य शैली सुधारने के लिए CM नीतीश कुमार ने जून महीने में ही उन्हें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद की जिम्मेदारी दी थी.
इसके बाद बिहार में शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया समेत शिक्षा में सुधार के लिए उनकी तरफ से कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए शिक्षक बहाली के नियमावली में डोमिसाइल (Domicile) नीति को लेकर काफी विवाद भी हुआ लेकिन शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने केके पाठक (KK Pathak) को ही पीत पत्र जारी कर दिया है. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर यादव ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने सरकार के नियमों के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं.
ऋतू जायसवाल ने ट्विटर पर शेयर की लेटर
शिक्षा विभाग के पत्रों को चोरी-छिपे मीडिया में लीक करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से जब मा० शिक्षा मंत्री के आप्त सचिव ने विभागीय पदाधिकारियों से IPRD के SOP का पालन करने को कहा, तो निदेशक (प्रशासन) इतना भड़क गये कि उन्होंने आप्त सचिव से ही यह पूछ लिया कि वह नाम के… pic.twitter.com/9QkCUiaVak
— Ritu Jaiswal (@activistritu) July 6, 2023