Non-veg for a Month in Sawan: सावन में नॉनवेज नहीं खाने से शरीर में क्या बदलाव आते हैं? विशेषज्ञ से जानें

Youth Jagran
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Non-veg for a Month in Sawan: सावन के महीने में हिंदू धर्म को मानने वाले लोग भगवान शिव (Lord Shiva) के लिए पूजा-पाठ और व्रत रखते हैं। यह महीना बेहद पवित्र माना जाता है, इसलिए खान-पान में भी काफी सावधानी बरती जाती है। खासकर सावन (Sawan) शुरू होते ही लोग पूरे एक महीने यानी 40 दिनों तक नॉन-वेज (Non-veg) बिल्कुल नहीं खाते। दरअसल, सावन के दिनों में धार्मिक कारणों से जो भी आहार-विहार किया जाता है, उसका हमारे स्वास्थ्य से भी संबंध होता है। सावन का महीना मानसून के बीच में आता है और इस दौरान भारी बारिश होती है, जिससे वातावरण में नमी बढ़ जाती है, इसलिए इस बार स्वास्थ्य के लिहाज से काफी सावधान रहने की जरूरत है। फिलहाल, आइए विशेषज्ञ से जानते हैं कि एक महीने तक नॉन-वेज न खाने से शरीर में क्या बदलाव आते हैं।

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वसा के साथ-साथ, नॉन-वेज में प्रोटीन की अच्छी मात्रा होती है और इसमें कई ऐसे पोषक तत्व भी पाए जाते हैं जो आमतौर पर प्लांट-बेस्ड डाइट और शाकाहारी खाद्य पदार्थों में नहीं पाए जाते या बहुत कम मात्रा में मौजूद होते हैं, जैसे विटामिन B12। फिलहाल, आइए जानते हैं कि अगर आप एक महीने तक नॉन-वेज नहीं खाते हैं तो शरीर में क्या बदलाव आएंगे।

सावन में नॉन-वेज न खाना
सावन के महीने में नॉन-वेज को थाली से हटाने के पीछे धार्मिक कारण तो हैं ही, इसके अलावा इसका स्वास्थ्य से भी जुड़ाव है। आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ किरण गुप्ता कहती हैं कि जब बहुत ज़्यादा बारिश होती है, तो उस समय पाचन क्रिया कमज़ोर हो जाती है और भारी भोजन पचाना बहुत मुश्किल होता है। नॉन-वेज बहुत भारी होता है, जिससे आपके पाचन तंत्र पर ज़्यादा दबाव पड़ सकता है। साथ ही, इस दौरान सड़न की प्रक्रिया बढ़ जाती है और नॉन-वेज (मांसाहारी चीज़ें) जल्दी सड़ती हैं क्योंकि इसमें प्रोटीन भी बहुत ज़्यादा होता है जो इस प्रक्रिया को बढ़ाता है, जिससे आपको पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

इसी तरह, न्यूट्रिशनिस्ट गीतिका चोपड़ा कहती हैं कि अगर आप मानसून में नॉनवेज खा भी रहे हैं, तो ध्यान रखें कि वह बिल्कुल ताज़ा हो और इस मौसम में नॉनवेज को मसालेदार या तला हुआ बनाने की बजाय, ग्रिल करके या उबालकर खाना सबसे अच्छा है। अधपका नॉनवेज पूरी तरह से खाने से बचें।

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शरीर हल्का हो जाता है
डॉ. किरण गुप्ता कहती हैं कि जब आप सावन के महीने में एक महीने तक नॉनवेज छोड़ देते हैं या एक महीने तक नॉनवेज नहीं खाते हैं, तो शरीर हल्का हो जाता है। हमारे शरीर के जो ऊतक और लिगामेंट्स सख्त हो जाते हैं, वे नरम होने लगते हैं। साथ ही, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है।

पाचन तंत्र बेहतर होता है
विशेषज्ञ कहती हैं कि जब आप एक महीने तक नॉनवेज नहीं खाते हैं, तो पाचन तंत्र को आराम मिलता है, क्योंकि नॉनवेज पचने में बहुत भारी होता है। इस समय हमारा पाचन तंत्र ठीक से काम करने लगता है, क्योंकि इस दौरान लोग न केवल सात्विक भोजन करते हैं, बल्कि कई लोग दिन में एक बार सलाद या फल पर गुजारा करते हैं। ऐसी स्थिति में भी पाचन तंत्र को काफ़ी आराम मिलता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि आपके शरीर से निकलने वाले हार्मोन भी संतुलित हो जाते हैं।

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