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किसी भी समय हो सकती है आनंद मोहन की रिहाई, CM Nitish Kumar के पास अप्रूवल के लिए पहुंची फाइल

Anand-Mohan

Patna: बिहार (Bihar) शिवहर (Shivhar) के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन (Anand Mohan) की बहुत जल्द रिहाई हो सकती है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें परिहार (avoidance) पर रिहा करने की फाइल बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के पास पहुंच गई है। सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की अप्रूवल (Approval) मिलते ही गृह विभाग (home department) की ओर से नोटिस कभी भी जारी की जा सकती है। गोपालगंज (Gopalganj) के जिलाधिकारी (District Magistrate) की हत्या के मामले में आनंद मोहन (Anand Mohan) आजीवन कारावास (life imprisonment) की सजा काट रहे हैं।

शिवहर विधानसभा (Sheohar Assembly) के विधायक चेतन आनंद (MLA Chetan Anand) के पिता आनंद मोहन (Anand Mohan) अभी पैरोल (parole) पर जेल से बाहर हैं। आनंद मोहन (Anand Mohan) को सरकार (Government) द्वारा नियमावली में किए गए बदलाव का लाभ मिल सकता है। पिछले दिनों बिहार कैबिनेट की बैठक में परिहार कानून (avoidance law) में चेंज किया गया। चेंज के अनुसार किसी सरकारी ऑफिसर की हत्या को भी साधारण हत्या मानी जाएगी। इस संशोधन के बाद आनंद मोहन (Anand Mohan) के परिहार की प्रक्रिया अब आसान हो जाएगी, क्योंकि सरकारी अफसर की हत्या के मामले में ही आनंद मोहन को सजा हुई थी।

आप को बता दे की बिहार के पूर्व सांसद आनंद मोहन (Former MP Anand Mohan) गोपालगंज (Gopalganj) के तत्कालीन डीएम कृष्णैया (DM Krishnaiah) की हत्या (the killing) के आरोप में उम्रकैद (life prison) की सजा काट रहे हैं। पहले उन्हें मुजफ्फरपुर कोर्ट (Muzaffarpur Court) ने इस मामले में फांसी (sentenced to death) की सजा दी गई थी। ऊपरी अदालत ने इसे आजीवन कारावास में बदल दिया। पूर्व सांसद आनंद मोहन 14 साल की सजा काट चुके हैं। उनके अच्छे आचरण के कारण उन्हें परिहार पर रिहा किया जा सकता है। लेकिन डीएम की हत्या (DM murder) के आरोप की वजह से उन्हें इसका लाभ नहीं मिल रहा।

सोमवार को गृह विभाग की बैठक हुई थी। अपर मुख्य सचिव चैतन्य प्रसाद (Additional Chief Secretary Chaitanya Prasad) की अध्यक्षता में बैठक हुई। आनंद मोहन को रिहा करने को लेकर विचार विमर्श किया गया। मीडिया रिपोर्ट (media report) के मुताबिक अब यह फाइल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के पास भेज दिया गया है। इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) के अंतिम आदेश का इंतजार है।

माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) की अप्रूवल (Approval) मिलने के बाद गृह विभाग की ओर से इस मामले की अधिसूचना जारी की जाएगी और इसके साथ ही आनंद मोहन (Anand Mohan) हमेशा के लिए जेल से बाहर आ जाएंगे।

साल 1994 में मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के खबरा में एनएच 28 पर गोपालगंज (Gopalganj) के तत्कालीन डीएम कृष्णैया (DM Krishnaiah) की हत्या कर दी। जिले के बाहुबली नेता छोटन शुक्ला (Bahubali leader Chhotan Shukla) की 1 दिन पहले हत्या कर दी गई थी। उनकी शव यात्रा में आनंद मोहन (Anand Mohan) शामिल थे। इसी बीच डीएम (DM) की कार भीड़ के बीच आ गई और उनकी हत्या कर दी गई। इस मामले में मुख्य अभियुक्त मानते हुए आनंद मोहन को पहले फांसी की सजा सुनाई गई जिसे ऊपरी अदालत द्वारा उम्र कैद में बदल दिया गया।

पूर्व सांसद आनंद मोहन (Former MP Anand Mohan) और शिवहर विधानसभा के विधायक (MLA of Sheohar Assembly) बेटे चेतन आनंद (Chetan Anand) की शादी 3 मई को होने वाली है। 26 अप्रैल को उनकी सगाई है। इसे लेकर आनंद मोहन को पैरोल (Parole to Anand Mohan) पर जेल से बाहर रहने की अनुमति दी गई है।

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