Nitish Kumar: ‘शादी के बाद पुरुष रोज रात करते हैं न…’, विधानसभा में ये क्या बोल गए CM नीतीश कुमार

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cm nitish kumar

Nitish Kumar: बिहार विधानसभा में सीएम (CM) नीतीश सरकार ने मंगलवार को जातिगत जनगणना (caste census) के आंकड़े पेश किए। जब जाति आधारित गणना पर चर्चा चल रही थी तो सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने ऐसा बयान दे दिया, जिसे सुन हर कोई हैरान है। सदन में जहां पुरुष विधायक मुस्कुराने लगे तो महिला विधायक बुरी तरह झेंप गईं।

आप को बता दे की नीतीश कुमार ने प्रजनन दर पर चर्चा करते हुए हाथों से कुछ इशारे किए और कहा, “हम चाहते हैं लड़की पढ़ाई करे। जब शादी होगा लड़का-लड़की में, तो जो पुरुष है वो तो रोज राज में करता है ना… तो उसी में और (बच्चा) पैदा हो जाता है। और लड़की पढ़ लेती है तो उसको मालूम रहेगा कि ऊ (पति) करेगा ठीक है, लेकिन अंतिम में भीतर मत घुसाओ, उसको बाहर कर दो। तो उसी वजह से संख्या घट रही है।

पूरे सदन में इस बयान के दौरान अजीब स्थिति देखने को मिली. महिला विधायक इसपर नाराज दिखीं. वहीं कुछ अन्य विधायक हंस रहे थे.
अपने संबोधन में नीतीश ने कहा कि 2011 की जनगणना की तुलना में साक्षरता दर 61 फीसदी से बढ़कर 79 फीसदी से ऊपर हो गई है.
वह बोले, ‘महिला साक्षरता में बहुत सुधार हुआ है. ये 51 फीसदी से बढ़कर 73 फीसदी से ऊपर हो गई है. महिला शिक्षा की स्थिति में बहुत सुधार हुआ है. मैट्रिक पास संख्या 24 लाख से बढ़कर 55 लाख से ऊपर है. इंटर पास महिलाओं की संख्या पहले 12 लाख 55 हजार थी. अब 42 लाख से ऊपर है. ग्रैजुएट महिलाओं की संख्या 4 लाख 35 हजार से बढ़कर 34 लाख के पार हो गई है.’

सीएम ने रखा आरक्षण का दायरा बढ़ाने का प्रस्ताव
अपने संबोधन में सीएम नीतीश ने एक बड़ा ऐलान भी किया. इसमें उन्होंने बिहार में ओबीसी आरक्षण बढ़ाने का प्रस्ताव रखा. सीएम नीतीश ने राज्य में आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 50 से 65 करने का प्रस्ताव रखा. ईडब्ल्यूएस के 10 फीसदी को मिलाकर आरक्षण 75 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा गया है. चर्चा के दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि आरक्षण बढ़ाने के लिए सलाह ली जाएगी. हम इसी सत्र में बदलावों को लागू करना चाहते हैं.

बिहार में आरक्षण का दायरा किस तरह बढ़ाया जाएगा, इसकी रूपरेखा भी तैयार की गई है. इस प्रस्ताव के मुताबिक- SC को फिलहाल जो 16 फीसदी आरक्षण मिलता है, उसे बढ़ाकर 20 फीसदी किया जाएगा. वहीं ST को एक फीसदी से बढ़ाकर 2 फीसदी किया जाएगा. वहीं EBC (अत्यंत पिछड़ा) और OBC को मिलाकर 43 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा.

विधानसभा में पेश की जागिगत जनगणना की रिपोर्ट
General Class (Upper Caste) प्रदेश में सामान्य वर्ग (सवर्ण) के कुल परिवारों की संख्या 43,28,282 है। इनमें से 25.09 फीसदी यानी 10,85,913 परिवार गरीब हैं।

Backward Class पिछड़ा वर्ग के कुल परिवारों की संख्या 74,73,529 है। इनमें से 33.16 फीसदी यानी 24,77,970 परिवार गरीब हैं।

Extremely Backward Class अत्यंत पिछड़ा वर्ग के कुल 98,84,904 परिवार हैं। इनमें से 33.58 फीसदी परिवार गरीब हैं। इनकी संख्या 33,19,509 है।

Scheduled Caste अनुसूचित जाति के कुल परिवार 54,72,024 हैं। इनमें से 23,49,111 परिवार गरीब हैं, जो कि कुल संख्या का 42.93 फीसदी है।

Scheduled Tribe प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के परिवारों की कुल संख्या 4,70,256 है। इनमें से 2,00,809 परिवार गरीब हैं। यह कुल संख्या का 42.70 फीसदी है।

Other Castes अन्य जातियों के परिवारों की कुल संख्या 39,935 है। इसमें से 9,474 परिवार गरीब हैं। यह कुल संख्या का 23.72 फीसदी है।

बिहार में सभी जातियों के परिवारों की कुल संख्या 2,76,68,930 है। इनमें से कुल गरीब परिवारों की संख्या 94,42,786 है। यह सभी समाज के कुल परिवारों की संख्या का 34.13 फीसदी है।

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