IIHS College Ghaziabad: नए प्रवेशित छात्रों को कॉलेज से रूबरू करवाने के लिए आइएचएस कॉलेज, गाजियाबाद में ओरिेएंटेशन स्पेक्ट्रम प्रोग्रा म का आयोजन किया गया। इस प्रोग्राम में कॉलेज में बीबीए (BBA), बीकॉम (BCom) ,बीसीए (BCA) और बीजेएमसी कोर्स (bjmc course) में दाखिला लेने वाले सभी विद्यार्थियों और उनके माता पिता को पाठ्यक्रम, कार्यक्रम, परिसर के बुनियादी ढांचे और विद्यालय की नीतियों से परिचित कराया गया ।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन व सरस्वती वंदना से हुई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची शालिनी सिंह (आइआइएच सेक्रेटरी) एवं विशिष्ट अतिथि के तौर पर पहुंचे श्री कौशल कुमार (डिप्टी कमिश्नर, जल शक्ति मंत्रालय), श्री अतुल चौधरी (डिप्टी कमिश्नर , जीएसटी), श्री राजेश रंजन सिंह (वाइस प्रेसिडेंट ऑफ़ जुपिटर मनी कंपनी) का आइआइएचएस के डिरेक्टर द्वारा स्वागत किया गया।
डॉ. के तारा शंकर (निदेशक आईआईएचस) ने विद्यार्थियों को अपने मिशन और उद्देश्य के साथ काम करने के लिए कहा । उन्होंने कहा कि यह तीन साल बहुत अनिवार्य होते हैं। उन्होंने विद्यार्थीयौं अपने उद्देश्य से ना भटकने कि सलाह दी । छात्रों के साथ समन्वय बनाए रखें और एक मिशन और विजन के साथ काम करें। कैम्पस आवश्यकताएँ और विलासिताएँ प्रदान करेगा, बस समरपण के साथ अपने लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करें”।

श्री कौशल कुमार (ड्यूटी कमिशनर जल शक्ति मंत्रालय) ने कहा “अपनी मूल इच्छाओं को समझें। अनुशासन और समर्पण के साथ अपने सपनों के लक्ष्य का पालन करें।” । श्री अतुल चौधरी(ड्यूटी कमिशनर जीएसटी) ने कंसिस्टेंसी पर ध्यान देने के महत्व पर जोर दिया, डिसाइड करने के लिए कहा कि अगले तीन सालों में क्या करना है अगले 5 वर्षों के लिए अपने जीवन की योजना बनाएं। अपना लक्ष्य तय करें। निरंतरता बहुत महत्वपूर्ण है। अपनी मुख्य योग्यता पर काम करें। सुधार करें” । श्री राजेश रंजन सिंह (वाइस प्रेसिडेंट ऑफ़ जुपिटर मनी कंपनी) विद्यार्थियों को सलाह दी “प्रतिस्पर्धा आवश्यक और महत्वपूर्ण है, लेकिन समर्थन अधिक महत्वपूर्ण है। सफलता के तीन सूत्र- क्षमता , चरित्र और आत्मविश्वास” उन्होंने कॉलेज की नीतियों और प्रयासों पर जोर दिया जो छात्रों को उनके जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम में कॉलेज ने सफलता के लिए आधार प्रदान किया। सभी नए छात्रों और उनके परिवारों पर एक गहरा प्रभाव डाला। अंत में सभी शिक्षकों और अतिथियों ने विधार्थियों के नए जीवन और सफलता कि शुभकामनाएं दी, और राष्ट्रगान से कार्यक्रम का अंत किया।
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